देहरादून। रामेन्दू उपाध्याय ने बताया कि मै आर्मी में क्लेमेंटाउन देहरादून में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर तैनात हूँ। मेरी पोस्टिंग कुछ समय पहले सिलिगुडी पश्चिम बंगाल से देहरादून में हुयी थी। मैं वर्ष 2010 में डिपार्टमेंटल कमीशन के रूप में लेफ्टिनेंट बन गया था। मेरा घर पंडितवाड़ी में है। वर्ष 2020 जनवरी में मेरी मुलाकात नेपाली मूल की एक लडकी श्रेया शर्मा से डांस बार सिटी सेंटर मॉल सिलीगुड़ी पंश्चिम बंगाल में हुई थी। जहां पर मुझे श्रेया शर्मा बहुत पसंद आई। पहले मेरी मुलाकात श्रेया से दोस्ती के नाते हुई उसके बाद हमारी आपसी रिलेशन बन गए। हम दोनों सिलीगुड़ी में पति-पत्नी की तरह रहते थे। मैं श्रेया के सारे खर्चे उठाता था। जब मेरी पोस्टिंग देहरादून जिले में हुई तो मैं श्रेया को भी अपने साथ देहरादून ले आया। जिसकी जानकारी मेरी पत्नी को हुई तो मैंने श्रेया को कुछ दिन होटल में रखने के बाद वापस सिलीगुडी भेज दिया । जिसे कुछ दिन बाद मैंने दुबारा देहरादून बुला लिया और कुछ दिन होटल में रखने के बाद मैंने क्लेमनटाउन में एक फ्लैट किराये पर लिया और उसे वहां रख दिया । कुछ दिन सही रहने के बाद वह लगातार मुझे अपनी पत्नी का दर्जा देने का दबाब बनाने लगी और इसको लेकर वहां मुझे गाली गलौज करने लगी। सर के पीछे लगातार हथौड़े से वार करता चला गया। जब वह मर गई तो मैं गाड़ी को थोड़ा और आगे ले गया जहां गाड़ी का रास्ता खत्म हो गया तो मैं वापस गाड़ी बैक करी उसके बाद मुझे जहां जगह मिली मेन रोड किनारे उसको फेंक दिया ।