अतुल्य भारत :
हरिद्वार। नील पर्वत स्थित सिद्धस्थल मां चंडी देवी मंदिर में दुर्गाअष्टमी के अवसर पर मां चंडी देवी का भव्य श्रृंगार किया गया। महंत रोहित गिरी महाराज ने मां चंडी देवी की आरती एवं हवन यज्ञ कर विश्व कल्याण की कामना की। इस दौरान उन्होंने मंदिर प्रांगण में श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि नवरात्र साधना के दौरान साधक में उत्तम चरित्र का निर्माण होता है और वह अपने जीवन को सबल बनाकर अपने मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करता है। मां भगवती की आराधना अनंत लोको को पवित्र करने वाली है जिनके दर्शन मात्र से ही व्यक्ति का जीवन भवसागर से पार हो जाता है। उन्होंने कहा कि मां चंडी देवी अत्यंत दयावान और करुणा का सागर है जो दीन दुखी मां के दरबार में आ जाता है। मां उसके सभी कष्टों का निवारण कर उन्हें सुख समृद्धि प्रदान करती है। महंत रोहित गिरी महाराज ने कहा कि कन्या स्वरूप बालिकाओं का संरक्षण, संवर्धन कर उन्हें शिक्षावान बनाना चाहिए। ताकि समाज से बेटा बेटी का भेदभाव खत्म हो और एक सशक्त समाज का निर्माण हो। विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर हो रहे भारत की बेटियां आज हर क्षेत्र में देश का नाम रोशन कर रही है जो भारत के लिए गर्व की बात है। महिलाओं की भागीदारी के बिना समाज का प्रत्येक वर्ग अधूरा है। इसलिए सभी को महिलाओं का सम्मान करना चाहिए और यही नवरात्र में सभी का संकल्प होना चाहिए। मां, बेटी, बहन के बिना मानव जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। कन्याओं का पूजन करने से देवी मां अत्यंत प्रसन्न होती है। इसलिए सभी को श्रद्धा पूर्वक नवरात्रि के दौरान माता के साथ-साथ बालिकाओं का पूजन अवश्य करना चाहिए। इस अवसर पर पंडित पंकज रतूड़ी, पंडित देशवाल शास्त्री, पंडित राजेश कुकशाल, पंडित नवल किशोर, पंडित अमित बेलवाल, पंडित रोहित डबराल, पंडित मनमोहन कंडवाल, विशाल कश्यप, सुनील कश्यप, मोहित राठौर, पंडित बैजनाथ भट्ट, अवनीश त्रिपाठी, त्रिलोक शर्मा सहित अनेक श्रद्धालु भक्त उपस्थित रहे।