नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो (IndiGo) पिछले तीन दिनों से भारी परिचालन संकट (Operational Disruption) का सामना कर रही है, जिसके चलते शुक्रवार को पूरे देश में उसकी 1,000 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) पीटर एल्बर्स ने शुक्रवार को एक वीडियो संदेश जारी कर इस बड़े व्यवधान को स्वीकार किया और यात्रियों से माफ़ी माँगी।
सामान्य होने में क्यों लगेगा समय?
CEO पीटर एल्बर्स ने बताया कि यह संकट उनकी पूरी परिचालन प्रणाली (Operational System) को रीबूट (Reboot) करने के कारण उत्पन्न हुआ है।
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CEO का अनुमान: एल्बर्स ने कहा कि सेवाओं को पूरी तरह सामान्य होने में 5 से 10 दिन लगेंगे। उन्होंने 10 से 15 दिसंबर के बीच स्थिति में सुधार और सामान्य उड़ानें शुरू होने की उम्मीद जताई है।
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केंद्र सरकार की उम्मीद: हालांकि, यह बयान केंद्र सरकार की उस उम्मीद के कुछ ही घंटों बाद आया, जिसमें उसने सोमवार तक सेवाओं के पूरी तरह बहाल होने की बात कही थी।
शुक्रवार रहा सबसे मुश्किल दिन
एल्बर्स ने स्वीकार किया कि शुक्रवार, 5 दिसंबर, इंडिगो के लिए सबसे ज़्यादा प्रभावित दिन रहा, जब एक हज़ार से ज़्यादा उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, जो उनकी दैनिक उड़ानों की संख्या के आधे से भी अधिक थी।
CEO ने कहा कि पिछले कुछ दिनों के उपाय नाकाफ़ी साबित हुए, इसलिए उन्होंने शुक्रवार को अपने सभी सिस्टम और शेड्यूल को रीबूट करने का फ़ैसला किया, जिसके कारण इतनी बड़ी संख्या में रद्दीकरण हुआ।
शनिवार को सुधार की उम्मीद
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सिस्टम रीबूट: एल्बर्स ने उम्मीद जताई कि सिस्टम रीबूट और युद्ध स्तर पर किए जा रहे काम के कारण शनिवार को रद्द उड़ानों की संख्या 1,000 से कम रहेगी।
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यात्रियों से अनुरोध: उन्होंने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे रद्द उड़ानों के लिए एयरपोर्ट पर न आएं ताकि आगे की असुविधा से बचा जा सके। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे अपनी उड़ानों की स्थिति पर लगातार नज़र रखें।
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DGCA का समर्थन: CEO ने यह भी बताया कि DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) से नए FDTL (फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिट) नियमों में मिली राहत से उन्हें मदद मिली है।
सरकार ने दिए जाँच के आदेश
यात्रियों को हो रही भारी असुविधा को देखते हुए, नागर विमानन मंत्रालय ने इंडिगो की सेवा बाधाओं की उच्च स्तरीय जाँच के आदेश दिए हैं।
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जाँच का उद्देश्य: इस जाँच का उद्देश्य व्यवधान के कारणों की पहचान करना और भविष्य में ऐसी समस्याओं को रोकने के उपाय सुझाना है।
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मंत्रालय की निगरानी: मंत्रालय स्थिति पर कड़ी नज़र रख रहा है और उड़ानों के संचालन को स्थिर करने के लिए 24×7 नियंत्रण कक्ष (Control Room) स्थापित किया है।
एल्बर्स ने यात्रियों के भरोसे को ठेस पहुँचने की बात स्वीकारी और कहा कि इंडिगो अपनी पूरी टीम के साथ यात्रियों का विश्वास फिर से जीतने के लिए हर संभव कदम उठा रही है।






















