बड़ी खबर: सत्संग में मची भगदड़, 100 से अधिक लोगों की मौत की खबर!

सत्संग में मची भगदड़

हाथरस के रतिभानपुर में भोले बाबा के सत्‍संग के समापन का कार्यक्रम चल रहा था. सत्संग के दौरान अचानक भगदड़ मच गई. इस घटना में कई लोगों की मौत की जानकारी सामने आ रही है. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक अब तक 25 महिलाओं समेत 27 लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है.

घायलों को एटा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. वरिष्‍ठ पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि सत्संग के दौरान भगदड़ से तक अब 27 लोग मारे जा चुके हैं जिनके लाशें एटा जिला हॉस्पिटल पहुंची हैं.

उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ की घटना ने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया है. भगदड़ के दौरान अब तक 100 से अधिक लोगों की मौत की बात कही जा रही है, हालांकि अब तक 27 लोगों की. वहीं, शांतिपूर्ण चले सत्संग के समापन के बाद अचानक मची भगदड़ की मुख्य वजह भी सामने आ गई है.

मिली जानकारी के अनुसार, जिले के सिकंदराराऊ कस्बे के पास एटा रोड पर स्थित गांव फुलरई में सत्संग के बाद बड़ा हादसा हुआ. भगदड़ का मुख्य कारण यह था कि यहां कथा कहने आए कथावाचक भोले बाबा का काफिला निकल रहा था. इस दौरान सत्संग में शामिल श्रद्धालु भी अपने घर को निकल रहे थे.

हाथरस घटना पर CM योगी ने संज्ञान लिया है और मंत्री लक्ष्मी नारायण और संदीप सिंह को हाथरस भेजा है. मुख्य सचिव और DGP को भी CM ने मौके पर भेजा है. सीएम योगी के निर्देश पर घटना की जांच के लिए कमेटी भी गठित की है. अलीगढ़ मंडल के वरिष्ठ अफसर की कमेटी मामले की जांच करेगी. ये कमेटी घटना के कारणों की कमेटी जांच करेगी. एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ की अध्यक्षता में कमेटी गठित हुई है.

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सत्संग में मची भगदड़

बताया जा रहा है कि सत्संग खत्म हो गया था. एक साथ लोग निकल रहे थे. हॉल छोटा था. गेट भी पतला था. पहले निकलने के चक्कर में भगदड़ मच गई. लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े. ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे. इस वजह से 150 से अधिक लोग घायल हो गए. इसमें अब तक लगभग 100 लोगों की मौंत होने की संभावना जताई जा रही है. मामले से पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया है. कार्यकर्म स्थल से लोगों की ऑटो, गाड़ियों मोटर साइकिल के जरिये अस्पताल पहुंचाया गया है.
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