पिथौरागढ़/चंपावत। उत्तराखंड में एक भीषण सड़क दुर्घटना ने किलौटा गांव (गणाई गंगोली) के एक परिवार की शादी की खुशियों को हमेशा के लिए मातम में बदल दिया। दूल्हा-दुल्हन के सात फेरे लेने के बाद लौट रही बरात का एक वाहन लोहाघाट-चंपावत राष्ट्रीय राजमार्ग पर बाघधारा के पास अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गया। इस दर्दनाक हादसे में दूल्हे की बहन और छह साल के भांजे समेत 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि 5 लोग गंभीर रूप से घायल हैं।
खुशियों वाले घर में पसरा कोहराम
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मृतकों में कौन: दूल्हे, बबलू पंडा की बड़ी बहन भावना चौबे, उनका छह साल का भांजा प्रियांशु, छोटी बहन के पति प्रकाश चंद्र उनियाल और उनके देवर केवल चंद्र उनियाल शामिल हैं।
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घायलों की स्थिति: दूल्हे का छोटा भाई भाष्कर और उसका दूसरा भांजा गंभीर रूप से घायल हैं, जो जीवन और मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं।
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घटना का असर: जिस घर में शहनाई गूंज रही थी, वहाँ अब चीख-पुकार और कोहराम पसरा है। गांव में हर कोई स्तब्ध है और दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।

छोटे भाई की हालत गंभीर
दूल्हे का छोटा भाई भाष्कर अपने बड़े भाई की शादी को लेकर बहुत उत्साहित था। वह पूरे जोश से बरात में छोलिया दल का नेतृत्व कर रहा था। अब वह खुद अस्पताल में मौत से संघर्ष कर रहा है और उसे यह भी नहीं पता कि इस हादसे में उसने अपने कई प्रियजनों को खो दिया है।
मौत ने छूकर छोड़ दिया 5 साल के मासूम को
मृतक भावना चौबे अपने पति सुरेश चौबे, 6 साल के बेटे प्रियांशु और 5 साल के बेटे चेतन के साथ बरात में आई थीं।
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जब यह भयानक हादसा हुआ, तब भावना और उनके बड़े बेटे प्रियांशु की मौत हो गई।
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हैरान करने वाली बात यह है कि माँ की गोद में बगल में बैठा उनका छोटा बेटा चेतन इस हादसे में बाल-बाल बच गया। मासूम चेतन को अभी तक यह मालूम नहीं है कि उसकी माँ और भाई अब कभी वापस नहीं आएँगे।
भावना के पति सुरेश चौबे दूसरे वाहन में सवार थे, जिस वजह से उनकी जान बच गई। लेकिन पत्नी और बड़े बेटे की मौत का सदमा उन पर गहरा असर कर गया है।
यह दुर्घटना उस समय हुई जब पिथौरागढ़ के किलौटा गांव से बबलू पंडा की बरात बृहस्पतिवार की सुबह लोहाघाट के बालातड़ी गांव दुल्हन को लेने गई थी और देर रात वापस लौट रही थी।





















