उत्तर तमिलनाडु में बारिश का कहर
उत्तर तमिलनाडु के कई हिस्सों में भारी बारिश का कहर जारी है। मंगलवार को बारिश से जुड़ी घटनाओं में मरने वालों की संख्या 4 हो गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि गहरा दबाव (deep depression) कमजोर होकर दबाव (depression) में बदल गया है और इसके एक अच्छी तरह से चिह्नित निम्न दबाव क्षेत्र (well-marked low-pressure area) में बदलने की बहुत संभावना है।
भारी बारिश का अनुमान और फसल क्षति
मौसम विभाग ने बुधवार को नीलगिरि सहित कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की है।
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फसलों का नुकसान: चक्रवाती तूफान के अवशेष के कारण 2 लाख एकड़ से अधिक खड़ी फसलें बर्बाद हो गईं।
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पशु हानि और घर क्षतिग्रस्त: राजस्व मंत्री के.के.एस.एस.आर. रामचंद्रन के हवाले से पीटीआई ने बताया कि 2.11 लाख एकड़ में लगी फसलें नष्ट हो गईं और 582 मवेशियों की मौत हो गई। इसके अलावा, 1,601 झोपड़ियाँ/मकान क्षतिग्रस्त हुए।
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मुआवजा: मंत्री ने नुकसान झेलने वाले किसानों के लिए प्रति हेक्टेयर ₹20,000 के मुआवजे की घोषणा की है।

चेन्नई में तबाही का कारण
चेन्नई और इसके उत्तरी उपनगरीय जिलों जैसे चेंगलपेट, कांचीपुरम और तिरुवल्लूर में भयंकर बारिश और बाढ़ का कारण दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने चक्रवाती तूफान ‘दितवाह’ के अवशेष थे।
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जलभराव: व्यासर्पाडी और उत्तरी चेन्नई के कई रिहायशी इलाकों में पानी भर गया।
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यातायात प्रभावित: पेरम्बूर, राजा अन्नामलाईपुरम, अशोक नगर, वेलाचेरी, काथीपारा, पेरुनगुडी, चूलैमेडू, टी नगर और सैदापेट जैसे इलाकों की सड़कों पर पानी भर जाने से यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ।
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बारिश की मात्रा: पिछले 24 घंटों में एन्नोर में अधिकतम 26 सेमी और पल्लीकरनै में न्यूनतम 10.5 सेमी बारिश दर्ज की गई।
राहत और बचाव कार्य
ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन ने बारिश से संबंधित कामों के लिए लगभग 22,000 कर्मचारियों को तैनात किया है। इन कार्यों में नालियों की सफाई, गिरे हुए पेड़ों की टहनियों को हटाना और पानी बाहर निकालना शामिल है।





















