
देहरादून में भारी बारिश से तबाही
देहरादून: उत्तराखंड के देहरादून और आसपास के क्षेत्रों में सोमवार की रात अचानक भारी बारिश ने कहर बरपा दिया। बहुत तेज बारिश के कारण कई जगहों पर बाढ़ और भूस्खलन हुआ। इस आपदा में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है और 8 लोग अभी भी लापता हैं। राहत और बचाव कार्य जारी हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदाग्रस्त इलाकों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी केंद्र से हर संभव मदद का भरोसा दिया है।
भारी बारिश से बुरी तरह प्रभावित इलाके
मुख्य तौर पर सहस्रधारा और मालदेवता क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है। इन इलाकों में नदियाँ उफान पर आ गईं, जिससे सड़कें और पुल बह गए हैं। मालदेवता क्षेत्र में कई घर, दुकानें और होटल भी बह गए हैं। रिस्पना और बिंदाल नदियों का जलस्तर इतना बढ़ गया कि कई कॉलोनियाँ जलमग्न हो गईं। कई घरों में मलबा भर गया। मसूरी-देहरादून मार्ग और देहरादून-पांवटा राष्ट्रीय राजमार्ग पर जगह-जगह भूस्खलन के कारण रास्ते बंद हो गए हैं। प्रेमनगर नंदा चौकी के पास पुल बह जाने से आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है।
लापता और मृतकों की स्थिति
आसन नदी में ट्रैक्टर ट्रॉली बह जाने से 13 लोग लापता हो गए थे। अब तक 10 शव बरामद किए जा चुके हैं, लेकिन 8 लोग अभी भी लापता हैं। वहीं, कालसी चकराता मोटर मार्ग पर पहाड़ी से पत्थर गिरने की वजह से एक पंजाब के युवक की मौत हो गई। मसूरी के झड़ीपानी से राजपुर जाने वाले पुराने पैदल मार्ग के पास भूस्खलन में दो लोग दब गए। इनमें से एक की मौके पर ही मौत हो गई। इसके अलावा, टपकेश्वर महादेव मंदिर में पानी भर जाने से रेलिंग और पानी की टंकी बह गई, जिससे वहां का वातावरण और भी खतरनाक हो गया।
मुख्यमंत्री का दौरा और राहत कार्य
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और वहां चल रहे राहत-बचाव कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित लोगों की हर संभव मदद की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार हर प्रभावित परिवार के साथ खड़ी है। उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल), एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल), पुलिस और स्थानीय प्रशासन पूरी तरह सक्रिय हैं। सभी राहत कार्य तेजी से किए जा रहे हैं ताकि जल्द से जल्द लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा सके।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री से आपदा की स्थिति की जानकारी ली और केंद्र सरकार की तरफ से हर तरह की सहायता का भरोसा दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मुश्किल समय में प्रदेश सरकार हर संभव कदम उठा रही है ताकि नुकसान को कम किया जा सके। सभी अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है और राहत कार्य पूरी ताकत से चलाए जा रहे हैं।
लोगों से अपील
सरकारी अधिकारियों ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे इन दिनों ज्यादा बाहर न निकलें और जरूरी हो तभी बाहर जाएं। जो लोग नदियों के किनारे या ऊँची पहाड़ी इलाकों में रहते हैं, उन्हें विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। प्रशासन ने लोगों से कहा है कि यदि जरूरत हो तो तुरंत मदद के लिए अधिकारियों से संपर्क करें। सभी स्कूल-कॉलेज बंद रखे गए हैं ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
स्थिति का जायजा
मौसम विभाग ने भी भविष्य के लिए अलर्ट जारी किया है। बताया गया है कि अगले दो-तीन दिनों में और भी भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। इसलिए राहत कार्य और बचाव कार्य को और तेज करने की आवश्यकता है। सीएम धामी ने बताया कि सरकार प्रभावित लोगों को तात्कालिक राहत सामग्री जैसे खाने-पीने की चीजें, पानी की बोतलें, चादरें, दवाइयाँ और अन्य जरूरी सामान उपलब्ध करा रही है।
इस भयानक बारिश और भूस्खलन ने लोगों की ज़िंदगी पर गहरा असर डाला है। प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है कि नुकसान को कम किया जाए और लोग सुरक्षित स्थान पर पहुंचें। राज्य सरकार का पूरा ध्यान इस संकट से निपटने पर है।